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    • फाइन आर्ट्स विभाग

    विभाग के बारे में

    स्थापना की तिथि: 2008

    विभाग का परिचय:

    फाइन आर्ट्स का विभाग वर्ष 2008 में विश्वविद्यालय के जीवनभर के माननीय कुलपति महामहिम जगद्गुरु स्वामी श्री राम भद्राचार्य जी के पवित्र और रचनात्मक दृष्टिकोण से अस्तित्व में आया, जिन्हें पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया। इसके स्थापना काल से ही, विभाग ने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित किया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और NAAC ने इसकी रिपोर्ट में इस विभाग को उत्कृष्ट बताया है। वर्तमान में, इस विभाग के तहत बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (B.F.A.), मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स (M.F.A.) पाठ्यक्रम और शोध क्षेत्रों में पीएच.डी. कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं। कुछ वर्षों में इस विभाग के छात्रों और फैकल्टी सदस्यों ने राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कला के क्षेत्र में कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं। विभाग की कला गैलरी, चित्रकला और निर्माण, कक्षाएँ इस विभाग के शैक्षिक और विस्तार गतिविधियों से लोगों को आकर्षित करती हैं, जहां भारत और विदेशों के लोग विशेष रूप से दिव्यांग छात्रों द्वारा किए गए कार्यों को देखने आते हैं। इन सभी गुणवत्तापूर्ण गतिविधियों के माध्यम से, विभाग राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई कार्यशालाएं, कलाकार शिविर, समर और विंटर ट्रेनिंग, सेमिनार, संगोष्ठी और प्रदर्शनियाँ आयोजित करता है। कुल मिलाकर, विभाग वर्तमान में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए फाइन आर्ट्स के क्षेत्र में उच्च शिक्षा देने में जुटा हुआ है, ताकि वे अपने रचनात्मक कौशल का विकास कर सकें और समाज एवं राष्ट्र की सेवा कर सकें।

    कोर्सेज़

    विभाग द्वारा चलाए जा रहे कोर्सेज़:

    S# कोर्स का नाम अवधि सीटों की संख्या
    1 B.F.A. 04 वर्ष (08 सेमेस्टर) 20
    2 M.F.A. 02 वर्ष (04 सेमेस्टर) 15
    3 Ph.D. विश्वविद्यालय और U.G.C. मानदंड के अनुसार विश्वविद्यालय और U.G.C. मानदंड के अनुसार

    सदस्यगण

    फैकल्टी सदस्य का नाम:

    S# फैकल्टी का नाम पद मोब. नं./ई-मेल तस्वीर सीवी
    1 डॉ. गुलाब धर सहायक प्रोफेसर 7985676108
    gulabdharjrhu@gmail.com
    डॉ. गुलाब धार

    सामग्री शीघ्र उपलब्ध होगी

    सामग्री शीघ्र उपलब्ध होगी